आज का विचार

केवल "श्री मद्‍ भगवत-गीता" ही सभी शास्त्रों (वेदों, उपनिषदों, पुराणों) का पूर्ण सार है, नित्य गीता का अध्यन करने से धर्म की शिक्षा मिलेगी जिससे धर्म का आचरण होने लगेगा और अधर्म से बच जाओगे।