आज का विचार

वही मनुष्य दरिद्र होता है, जिसके मन में कामनाओं की अधिकता होती है, जो मनुष्य मन से संतुष्ट रहने वाला होता है उसके लिये न कोई धनी होता है, न ही कोई निर्धन होता है।