आध्यात्मिक विचार - 09-02-2011

भगवान को प्राप्त करने के लिए पूर्ण निष्ठा भाव से वही मार्ग चुनना चाहिए, जो स्वयं को अच्छा लगे।

"श्रीमद भगवद गीता" के अनुसार भगवान को प्राप्त करने के "सांख्य-योग" और "निष्काम कर्म-योग" केवल दो ही मार्ग है।

जिस व्यक्ति को जो भी मार्ग अच्छा लगे वह उस मार्ग को चुन सकता है, भगवान तो दोनो मार्गों से सहज सुलभ ही हैं।