आध्यात्मिक विचार - 24-03-2011

प्रत्येक मनुष्य को एक अच्छा शिष्य बनने का प्रयत्न करना चाहिये, अच्छा गुरु वही बन पाता है जो एक अच्छा शिष्य होता है।

व्यक्ति को कभी भी गुरु बनने का प्रयत्न नहीं करनी चाहिये, क्योंकि व्यक्ति का अज्ञान शिष्य बनकर ही मिट सकता है।

जिस व्यक्ति का अज्ञान मिट जाता है तो उस व्यक्ति में से ज्ञान स्वयं प्रकट होने लगता है, तब वह एक दिन अच्छा गुरु स्वत: ही बन जाता है।