आध्यात्मिक विचार - 29-09-2011

जिस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति का शरीर भोजन से संतुष्ट होता है, उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति की आत्मा परमात्मा के भजन से संतुष्ट होती है।