आध्यात्मिक विचार - 07-11-2011


प्रत्येक मनुष्य का वर्तमान शारीरिक जीवन पूर्व संस्कारों पर आधारित होता है और वर्तमान संस्कारों से प्रत्येक मनुष्य के अगले शारीरिक जीवन का निर्धारण होता है। 

संस्कारों की उत्पत्ति प्रत्येक व्यक्ति के स्वभाव (स्वयं की भावना) पर निर्भर करती है। 

स्वयं के हित की भावना से निम्न संस्कारों की उत्पत्ति होती है। और दूसरों के हित की भावना से उच्च संस्कारों की उत्पत्ति होती है।