आध्यात्मिक विचार - 11-4-2012


सभी मनुष्यों का लक्ष्य आनन्द को प्राप्त करना है,श्रद्धा युक्त मनुष्य ही आनन्द प्राप्त कर पाता है।

श्रद्धा ही भक्ति का बीज है,श्रद्धा बिना भक्ति असंभव है,भक्ति बिना आनन्द की प्राप्ति असंभव है।