आध्यात्मिक विचार - 14-06-2013


संसार में जो व्यक्ति जिस अनुपात में समझने की भावना रखता है, वह व्यक्ति उसी अनुपात में बुद्धिमान होता हैं, और जो व्यक्ति जिस अनुपात में दूसरों को समझाने की भावना रखता है, वह व्यक्ति उसी अनुपात में मूर्ख होता है।