आध्यात्मिक विचार - 8-04-2014


दूसरों के सुख का विचार रखने वाला व्यक्ति ही धर्म का आचरण करने वाला होता है और दूसरों को कष्ट देने का विचार रखने वाला व्यक्ति अधर्म का आचरण करने वाला ही होता है।