आध्यात्मिक विचार - 30-06-2014

पद की प्राप्ति सुख को पाने का माध्यम नहीं होता है बल्कि कर्तव्य का निर्वाह करना होता है।

जो व्यक्ति अपने पद का निर्वाह कर्तव्य समझकर करता है तो उस व्यक्ति के जीवन में सुख का कभी अभाव नहीं होता है। 

आध्यात्मिक विचार - 19-06-2014


संसार की सबसे बड़ी शक्ति ब्रह्मास्त्र है, जो प्रत्येक मनुष्य को भगवान के द्वारा प्राप्त है, शब्द "ब्रह्म" स्वरूप बांण के समान होते है और मुख "अस्त्र" स्वरूप धनुष के समान होता है।

जब-जब व्यक्ति अपनी बांणी का प्रयोग अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिये करता है तब-तब यह ब्रह्मास्त्र उस व्यक्ति का ही सर्वनाश करता है।