आध्यात्मिक विचार - 30-06-2014

पद की प्राप्ति सुख को पाने का माध्यम नहीं होता है बल्कि कर्तव्य का निर्वाह करना होता है।

जो व्यक्ति अपने पद का निर्वाह कर्तव्य समझकर करता है तो उस व्यक्ति के जीवन में सुख का कभी अभाव नहीं होता है।